तो दोस्तों यह कहानी है गांव की जहां पर एक कालिया और उसकी बीवी रहती थी।वह दोनों बहुत ही गरीब थे। दोनों पति पत्नी जंगल से लकड़ियां काटकर अपना गुजारा करते थे।
कालिया जब जंगल से लकड़ी काट के घर को लौट रहा था तभी उसको एक गांव के जमींदार मिले और उससे पूछे कालिया तुम मेरे यहां काम करोगे। तो कालिया बोलता है जी मालिक में करूंगा आपके यहां काम।
तो ठीक है कल से तुम मेरे हवेली आजाना कालिया बहुत खुश होगया और वो अपनी बीवी के पास गया उसकी बीवी का नाम सोभा था।
वो अपनी बीवी से बोलता है आज मालिक ने हमें काम पे रखा है। आज से में जाऊंगा हवेली काम करने। और वो वहा से चला जाता है।
कुछ दिन जब वो वहां अच्छे से काम करता है तब उसको वो ठाकुर साहब उसको बुलाते है। और बोलते है। कालिया में बहुत खुश हूं तुमसे आज में तुमको एक गाय इनाम के तौर पर तुमको देता हूं।
और वो उस गाय को लेकर अपने घर चला जाता है ।और अपनी बीवी को बुलाता है अरे ओ सोभा कहा हो जल्दी आओ। देखो मालिक ने क्या दिया है। वो दौड़ीं आती है। और देखते ही खुश होगई।
कालिया बोलता है अपनी बीवी से अब हम अच्छे से अपने जीवन यापन कर सकते है। और अब हमे जंगल भी जाना नहीं पड़ेगा जलावन के लिए इसके गोबर है हमारे पास।
धीरे धीरे दोनों की जिंदगी अच्छे चलने लगती है दोनों अच्छे से खुशी से अपनी जिंदगी जीने लगते है । उसके घर के बगल में एक मोहन नाम का उसका परोसी रहता है जिसका नेचर जलांसिल वाला है और वो घमंडी भी है।
एक दिन मोहन कालिया के घर जाता है और उससे पूछता है क्या बात है आजकल तुम जंगल नहीं आते क्या हुआ तुम्हरा तबियत तो ठीक है।
हां मोहन ठीक है मेरी तबीयत। ठाकुर साहब के यहां काम करने लगे और उन्होंने मुझे इनाम में एक गाय दीए है।
और मुझे अब जंगल जाने की जरूरत भी नहीं होती मेरे सारे जरूरत यही पूरा करती है ।
ये बात सुनकर वो वापस अपने घर की और चला जाता है। और अपनी बीवी से कहता है जानती हो कालिया के पास एक गाय है जो उसकी सरी जरूरत को पूरा करती है वो उसका दूध बेच के पैसे कमा लेता है कास हमलोग के पास भी एक गाय होता।
ये सुनते ही उसकी बीवी बोली क्यों ना हम उनकी गाय को चुरा ले। ये सुनते ही मोहन बोला लेकिन कैसे तो वो बोलती है आज रात को जब वो दोनो सो जायेगे लेकिन उसको पता नहीं चलेगा कि ये उसकी गाय है।
नहीं इसका भी तरकीब है मेरे पास आप बस जैसा में कहूं आप वैसा करना। ये दोनों रात का इंतजार कर रहे थे। रात हुए मोहन कालिया के घर जाता है और जब वो दोनो सोए हुए होते है तो उसकी गाय को चुरा के अपने घर लेके आजाता है।
अब वो अपनी बीवी से बोलता है बताओ तुम्हारी क्या तरकीब थी वो एक बाल्टी मै कला रंग था उससे वो यूज गाय को रंग देती है ये देखते ही मोहन बोलता है वाह तुमने तो कमाल कर दिया। अब तो वो कभी नहीं पहचान पाएगे की ये उसकी गाय है।
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अगली सुबह जब कालिया गाय को चारा देने के लिए उठते है तो देखते है कि उसकी गाय व्हा नहीं है वो अपनी बीवी को उठता है सोभा उठो हमारी गाय नहीं हैं। वो उठते ही रोने लगती है ।
फिर दोनों इसको ढूंडने के लिए जंगल की और जाते है वो दोनो भुके प्यासे पूरी जंगल को देख लेते है कहीं भी नहीं मिली तब वो निराश होके घर वापस आने लगते है तभी उनको एक गाय दिखाएं देती है।
वो दोनो जल्दी से उस गाय के पास जाती है और बोलती है ये गाय किसकी है और यहां कैसे आए यहां तो गाय नहीं आती है । वो दोनो उस गाय को लेके अपने घर आजाते हैं।
और काफी रात हो चुके थी वो दोनो सो जाते है जैसे ही सुबह उठते है वो उसको चारा देने के लिए देखते है उसका गोबर में सोना है। पहले तो वो सोचते है कि सायद ये सोना खा ली होगी इसलिए निकला होगा। वो अपनी बीवी के पास जाता है और उसको बताता है।
इसकी बीवी बहुत खुस हो जाती है और फिर थोड़े देर के बाद वो फिर से गोबर करती है और इसबार भी सोना दोनो बहुत खुश होते है। धीरे धीरे दोनो अमीर हो जाते है उनके पास अपनी खुद की अच्छे मकान भी हो जाता है और अपनी गाड़ी भी।
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उसका पड़ोसी ये देख के बहुत जल रहा था आखिर इसके हाथ ऐसे क्या लगी जो ये इतना अमीर होगया वो सोचता है और रात का इंतजार करता है । रात होती है वो कालिया के घर की और जाता है कालिया कि बीवी उससे बोल रहे थी। किसी को भी नहीं पता चलना चाहिए कि हमारे पास जो गाय है वो गोबर की जगह सोना देती है।
मोहन सारी बात खिड़की से सुन रहा था वो वहां से सीधे अपने घर आता है और अपनी बीवी को ये बात बताता है। उसकी बीवी बोलती है जाओ उसकी गाय को लेकर आओ। मोहन कालिया के घर जाता है और उसकी गाय को लेके आता है।
मोहन सोचता है इसके पेट मैं जरूर होगा सारा सोना क्यों ना इसके पेट मै देखा जाए लेकिन इतनी मेहनत करने के बाद भी उसके हाथ कुछ भी नहीं लगा उसकी बीवी उससे बोलती है जो इसको फेक के आओ नहीं तो किसको पता चल गया तो बहुत दिक्कत होगा।
वो इसको फेकने के लिए जंगल की और जाता है तभी कोई देख लेता है ये तो कालिया की गए तुम्हारे पास कैसे आए। ये बात वो कालिया को बताया और कालिया गांव के सरपंच को सरपंच मोहन को गांव छोड़ने को कहता है और अपनी सारी जमीन कालिया के नाम करने
इस bed time Stories कहानी से हमें यही सीख मिली कि कभी भी हमें लोभ नहीं करना चाहिए लालच बुरी है। अगर आपको हमारी ये कहानी अच्छे लगी तो अपने दोस्तो के साथ शेयर जरुर करे।
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